झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन ने कल चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने रांची के मोरहाबादी मैदान में सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
शपथ ग्रहण से पहले हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट के जरिए जनता का आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश के सामाजिक न्याय, एकता और संघर्ष के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने एक्स पर लिखा, “आज का दिन ऐतिहासिक होगा – एक ऐसा दिन जो हमारे सामूहिक संघर्ष, प्रेम-भाईचारे की भावना और न्याय के प्रति हम झारखंडियों के प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा। झारखंड की महान धरा ने हमेशा से विरोध और संघर्ष को जन्म दिया है और झामुमो – भगवान बिरसा, भगवान सिदो-कान्हू, अमर शहीद तेलंगा खड़िया, फूलो- झानो, पोटो हो, शेख भिखारी समेत अनगिनत वीरों के संघर्षों से भरी उसी विरासत को समेटे हर दिन आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने कहा कि आज का दिन राजनीतिक जीत के बारे में नहीं, सामाजिक न्याय के प्रति संघर्ष, सामाजिक एकता को प्रखर करने की हर रोज़ लड़ी जानी वाली लड़ाई को दोहराने का दिन है।आज का यह दिन यह भी बताता है कि लोकतंत्र पर बढ़ते दबाव के बीच झारखंड की महान जनता एक साथ खड़ी है। आज हर गांव, हर शहर में एक आवाज़ गूंज रहा है – अधिकार, समानता, एकता मतलब झारखंडियों की आवाज। इसमें कोई संदेह न रखें – हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। हमें न विभाजित किया जा सकता है, न ही शांत किया जा सकता है। जब -जब वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं। जब- जब वे हमें शांत करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान, क्रांति की आवाज और प्रखर होती जाती है क्यूंकि हम झारखंडी हैं, और झारखंडी झुकते नहीं है।
हेमंत सोरेन ने आगे कहा, “आज जब सामाजिक संरचना में गहरी दरारें पैदा हो रही हैं, तब हमें अपने पूर्वजों की उस एकता और हर झारखंडी को साथ लेकर चलने के संकल्प को पुनः दोहराना होगा।” उन्होंने राज्य के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि “हमारी लड़ाई अटल है, अविराम है। संघर्ष जारी है और आखिरी सांस तक रहेगा।”
इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री शिवकुमार सहित इंडिया गठबंधन के कई नेता मौजूद थे। समारोह में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी लेनिनवादी के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य भी शामिल हुए। विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने मंत्रिमंडल का गठन करेंगे।