By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Font ResizerAa
Dopahar MetroDopahar Metro
  • ई-पेपरई-पेपरई-पेपर
  • राज्य-शहरराज्य-शहरराज्य-शहर
  • लाइफस्टाइललाइफस्टाइललाइफस्टाइल
  • बॉलीवुडबॉलीवुडबॉलीवुड
Search
  • देशदेश
  • विदेशविदेश
  • राज्य-शहरराज्य-शहर
  • बिजनेसबिजनेस
  • लोकसभा चुनावलोकसभा चुनाव
  • ईपेपरईपेपर
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2024 Dopahar Metro. All Rights Reserved.
Dopahar Metro > headlines > युद्ध की प्रकृति और स्‍वरूप में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण वित्तीय प्रक्रियाओं में बदलाव अपनाने की जरूरत : सीडीएस जनरल अनिल चौहान
headlinesNational

युद्ध की प्रकृति और स्‍वरूप में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण वित्तीय प्रक्रियाओं में बदलाव अपनाने की जरूरत : सीडीएस जनरल अनिल चौहान

Dopahar Metro
Last updated: August 6, 2024 6:38 PM
By Dopahar Metro
Share
3 Min Read
SHARE

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने भू-राजनीतिक गतिशीलता और तकनीकी प्रगति से प्रेरित युद्ध की प्रकृति और स्‍वरूप में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण वित्तीय प्रक्रियाओं में बदलाव को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया है। वे कल नई दिल्ली में सशस्त्र बलों से संबंधित वित्तीय मामलों में सामंजस्य और तालमेल बढ़ाने पर शीर्ष स्तरीय सम्मेलन में मुख्य भाषण दे रहे थे। सीडीएस ने कहा कि इस तरह के बदलावों से एक गैर-रेखीय और गैर-पूर्वानुमानित क्रमिक विकास आया है।

जनरल अनिल चौहान ने सभी हितधारकों से राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में मिलकर काम करते हुए भारत के रणनीतिक हितों की रक्षा के लिए एकजुटता और तालमेल के साथ काम करने का आह्वान किया, जो कि विकसित भारत का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।

इस सम्मेलन में सेना मुख्यालयों के उप प्रमुखों के साथ-साथ सेना मुख्यालयों, तटरक्षक मुख्यालय, रक्षा मंत्रालय अधिग्रहण, रक्षा मंत्रालय वित्त, सीजीडीए और सभी प्रमुख एकीकृत वित्तीय सलाहकारों के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। सम्मेलन का संचालन आईडीएस मुख्यालय द्वारा किया गया और इसमें सभी वित्तीय सिद्धांतों का पालन करते हुए रक्षा खरीद में दक्षता में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

अपने उद्घाटन भाषण में, एकीकृत रक्षा स्टाफ (पीपी एंड एफडी) के उप प्रमुख वाइस एडमिरल संजय वात्स्यायन ने रक्षा खरीद की पेचीदगियों को सामने लाकर चर्चाओं की गति निर्धारित की। वित्तीय सलाहकार (रक्षा सेवाएँ) सुगाता घोष दस्तीदार ने विदेशी निर्भरता को कम करने और रक्षा में अनुसंधान और विकास के लिए शिक्षाविदों के साथ अधिक सहयोग सुनिश्चित करते हुए आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने पर जोर दिया।

सम्मेलन में सभी हितधारकों ने अपने विचार सामने रखे और सामंजस्य और तालमेल बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया। सेवा मुख्यालयों ने सार्वजनिक खरीद में अपनी-अपनी चुनौतियों के बारे में जानकारी दी और उन्हें दूर करने के तरीकों पर चर्चा की गई। पीआईएफए ने पूंजी और राजस्व खरीद के महत्वपूर्ण मुद्दों पर सक्रिय रूप से भाग लिया। रक्षा मंत्रालय वित्त द्वारा सकारात्मक सुझाव और सिफारिशें स्पष्ट की गईं।

सम्मेलन की कुछ प्रमुख उपलब्धियों में परिणामोन्मुखी बजट, शीघ्र खरीद और वित्तीय औचित्य का महत्व शामिल था। इन प्रमुख बातों को अनुमोदन के लिए रक्षा मंत्रालय को भेजा जाएगा।

पत्रकारों से बात करते हुए एयर वाइस मार्शल अनिल सभरवाल ने कहा कि विषय वित्तीय एकजुटता और तालमेल को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि सभी सशस्त्र बलों के पास चुनौतियों से निपटने के लिए अत्याधुनिक उपकरण होने चाहिए। मेजर जनरल संदीप नारंग ने कहा कि देश को आगे बढ़ने के लिए आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के दौरान तीनों रक्षा बल- थल, वायु और नौसेना उन्हें आवंटित बजट के साथ आगे बढ़ने के सभी तरीकों पर चर्चा करते हैं।

 

Share This Article
Twitter Whatsapp Whatsapp Email Print
अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Surprise0
Wink0
Previous Article माँ और बच्चे के स्वास्थ्य के लिये स्तनपान आवश्यक – महिला बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया
Next Article उत्तराखंड के माउंट मुकुट पूर्व पर चढ़ाई के लिए दिल्ली से रवाना हुई बीएसएफ की पहली महिला पर्वतारोहण टीम

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
TwitterFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

महिला सशक्तिकरण के माध्यम से महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक रूप से मजबूत बनायेगी महिला कांग्रेस : नूरी खान

मात्र ढाई वर्ष की उम्र से लेकर आज तक पिछले लगभग सत्ताइस वर्षों में आध्यात्मिक,सामाजिक…

By Dopahar Metro

क्या है नमक चमक महारुद्राभिषेक और इसका महत्व?

क्या है नमक चमक महारुद्राभिषेक और इसका महत्व? भगवान शिव को रुद्र के रूप में…

By Dopahar Metro

श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने बिहार के महाबोधि मंदिर में की पूजा-अर्चना

तीन दिवसीय दौरे पर भारत आये श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने मंगलवार को…

By Dopahar Metro

You Might Also Like

headlinesMP

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को दी बधाई

By Dopahar Metro
headlinesMP

मुख्यमंत्री डॉ. यादव 16 से 19 जुलाई तक स्पेन प्रवास पर रहेंगे

By Dopahar Metro
headlinesMP

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ‘भारत मार्ट’ को बताया वैश्विक व्यापार का प्रवेशद्वार

By Dopahar Metro
Entertainmentheadlines

‘मालिक’ ने वीकेंड में काटा बवाल

By Dopahar Metro
Dopahar Metro
Facebook Twitter Youtube Whatsapp
© 2024 Dopahar Metro. All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?