Mistakes While Drinking Matka Water: गर्मियों में फ्रिज का ठंडा पानी पीने से सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं, जिससे बचने के लिए लोग घड़े या सुराही में पानी भरकर पीते हैं। मटके में भरा हुआ पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा होने के साथ शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी को दूर करके पाचन को बेहतर बनाता है। इसके अलावा मटके का पानी पानी से गंदगी और टॉक्सिन्स निकालकर वॉटर प्योरिफायर की तरह भी काम करता है। सेहत के लिए मटके का पानी पीना बहुत फायदेमंद माना जाता है। बावजूद इसके कई बार लंबे समय तक मटका और सुराही में पानी भरकर पीते समय बरती गईं कुछ लापरवाहियां इसे सेहत के लिए नुकसानदेह भी बना सकती हैं। आइए जानते हैं मटके का पानी पीते समय किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
मटके का पानी पीते समय ना करें ये गलतियां-
पानी निकालने के लिए हैंडल वाले बर्तन का इस्तेमाल ना करना-
कई बार लोग मटके से पानी निकालने के लिए गिलास या अन्य किसी बर्तन का इस्तेमाल करने लगते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल ना करें। ऐसा करते समय कई बार हाथ या नाखूनों में जमा गंदगी पानी को गंदा और दूषित कर सकती है। जिससे सेहत से जुड़ी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। ऐसे में हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि जब भी मटके से पानी निकालें तो हैंडल वाले साफ बर्तन का इस्तेमाल करें।
मटके में रोज नया पानी भरें-
अक्सर मटके का पानी पीने वाले लोग पानी कम होते ही उसी में और पानी भर देते हैं। लेकिन ऐसा करने से बचना चाहिए। साफ पानी के लिए मटके की रोजाना सफाई भी बेहद जरूरी है। रोजाना मटके को साफ करने के बाद ही उसमें फ्रेश पानी भरना चाहिए। अगर मटके में कई दिन का पानी पड़ा रहता है तो उसमें हानिकारक बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो पेट संबंधी समस्याओं, इंफेक्शन और टाइफाइड का कारण बन सकते हैं।
मटके पर लपेटा कपड़ा रोज धोएं-
गर्मियों में पानी को लंबे समय तक ठंडा बनाए रखने के लिए लोग मटके के चारों तरफ कपड़ा लपेटकर उसे खिड़की के पास रख देते हैं। इस कपड़े की रोजाना सफाई करना भी बहुत जरूरी है। ऐसा ना करने पर इस कपड़े में गंदगी जमा हो रहती है। जो फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन जैसी समस्याओं का कारण बनती है। ऐसे में यह जरूर सुनिश्चित करें कि आप कपड़े को रोजाना साफ करें।
मटके को खुला न छोड़ें-
मटके में पानी स्टोर करते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि मटके को ढककर रखें। जितनी बार भी आप मटके से पानी निकालकर पिएं उसे ढकना न भूलें। ऐसा ना करने से मटके में धूल-मिट्टी,गंदगी के साथ कीड़े-मकोड़े भी घुसकर मटके के पानी को दूषित कर सकते हैं।
प्रिंट किए हुए मटके ना खरीदें-
आजकल प्रिंट किए हुए मटके भी लोगों के बीच काफी पसंद किए जा रहे हैं। लेकिन इस तरह के मटके देखने में भले ही अट्रैक्टिव लगते हों लेकिन सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे मटके न लें जिसमें अंदर से कोटिंग की गई हो। हमेशा ट्रेडिशनल मटके ही बाजार से खरीदकर लाएं। घड़ा खरीदते समय ध्यान दें कि घड़ा चिकना नहीं होना चाहिए और उस पर किसी प्रकार की पॉलिश नहीं होनी चाहिए। चमक के लिए रंग या वार्निश का प्रयोग किया जाता है, जो सेहत के लिए नुकसान पहुंचा सकता है।