नई दिल्ली। भारत और मुंबई इंडियंस के पूर्व विकेट कीपर पार्थिव पटेल ने हाल ही में जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उनका कहना है कि पहले सीजन के बाद ही मुंबई इंडियंस की टीम जसप्रीत बुमराह को रिलीज करना चाहती थी, मगर रोहित शर्मा के सपोर्ट के चलते बुमराह एमआई का हिस्सा बने रहे। वहीं हार्दिक पांड्या को भी हिटमैन ने उनके करियर की शुरुआत में बैक किया था। बता दें, आईपीएल 2024 का आगाज होने से पहले मुंबई इंडियंस के खेमे में थोड़ा तनाव है। टीम ने रोहित शर्मा से कप्तानी छीनकर हार्दिक पांड्या को टीम की कमान सौंपी है। जब टीम मैनेजमेंट ने यह फैसला लिया था तो जसप्रीत बुमराह भी इससे खुश नजर नहीं आए थे। पार्थिव पटेल ने जियो सिनेमा से बात करते हुए कहा, “रोहित हमेशा खिलाड़ियों के साथ खड़े रहते हैं और इसका सबसे बड़ा उदाहरण जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या हैं। बुमराह 2014 में एमआई में शामिल हुए थे, लेकिन जब उन्होंने 2015 में अपना पहला सीजन खेला, तो यह उनके लिए उतना अच्छा नहीं रहा था। एमआई ने सीजन के बीच में ही बुमराह को बाहर करने का मन बना लिया था लेकिन रोहित को लगा कि यह एक सॉलिड खिलाड़ी है और उन्हें उसे टीम के साथ बनाए रखना चाहिए। और आपने देखा कि कैसे 2016 से लेकर अब तक बुमराह का प्रदर्शन अगले स्तर पर पहुंच गया है।”
बुमराह हालांकि 2013 में मुंबई इंडियंस में शामिल हुए थे। पहले तीन सीजन में उन्हें 17 मैच खेलने का मौका मिला था जहां उन्होंने सिर्फ 11 विकेट चटकाए थे। लेकिन रोहित का सपोर्ट मिलने के बाद बुमराह पूरी तरह से बदल गए। उन्होंने 2016 में 14 मैचों में 16 विकेट लिए और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
इसी तरह रोहित ने पंड्या पर वैसा ही भरोसा दिखाया। हार्दिक पांड्या का आईपीएल डेब्यू 2015 में हुआ था। पहले सीजन में उन्होंने 112 रन बनाने के साथ 1 विकेट चटकाया था। अगले साल उनका इंडिया डेब्यू भी हो गया था, मगर उस साल एमआई के लिए उनका परफॉर्मेंस निराशाजनक रहा था। उनके बल्ले से 11 मैचों में मात्र 44 रन निकले थे और उन्होंने 3 विकेट ही चटकाए थे। इस खराब प्रदर्शन के बावजूद रोहित ने हार्दिक का सपोर्ट किया।
पार्थिव ने आगे कहा, “हार्दिक पंड्या के साथ भी ऐसा ही है। जब वह 2015 में टीम में शामिल हुए, तो काफी चर्चा में रहे, लेकिन 2016 में उनका सीजन खराब रहा। बात यह है कि जब आप एक अनकैप्ड खिलाड़ी होते हैं, तो फ्रेंचाइजी आपको तुरंत रिलीज कर देती हैं और फिर उनके कमबैक से पहले रणजी ट्रॉफी या अन्य घरेलू मैचों से आकलन करती हैं कि कोई खिलाड़ी कैसा प्रदर्शन कर रहा है। लेकिन रोहित ने ऐसा नहीं होने दिया। यही कारण है कि बुमराह और हार्दिक इतने बड़े खिलाड़ी बन गए।”