By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Font ResizerAa
Dopahar MetroDopahar Metro
  • ई-पेपरई-पेपरई-पेपर
  • राज्य-शहरराज्य-शहरराज्य-शहर
  • लाइफस्टाइललाइफस्टाइललाइफस्टाइल
  • बॉलीवुडबॉलीवुडबॉलीवुड
Search
  • देशदेश
  • विदेशविदेश
  • राज्य-शहरराज्य-शहर
  • बिजनेसबिजनेस
  • लोकसभा चुनावलोकसभा चुनाव
  • ईपेपरईपेपर
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2024 Dopahar Metro. All Rights Reserved.
Dopahar Metro > Loksabha Election > अमेठी में हराया, वायनाड तक कर रहीं पीछा; राहुल और स्मृति की जंग
Loksabha ElectionNational

अमेठी में हराया, वायनाड तक कर रहीं पीछा; राहुल और स्मृति की जंग

Rahul Gandhi: 2019 में अमेठी की ऐतिहासिक जीत से पहले राज्यसभा सांसद और नरेंद्र मोदी कैबिनेट में मंत्री रह चुकीं स्मृति ईरानी को 2014 में भी अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ खड़ा किया गया था।

Dopahar Metro
Last updated: April 4, 2024 8:14 AM
By Dopahar Metro
Share
5 Min Read
SHARE

नई दिल्ली। स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी में अपनी जीत के बाद भी राहुल गांधी का पीछा नहीं छोड़ा है। उन्होंने कई बार वायनाड का भी दौरा किया। अब खबर आ रही है कि वह राहुल गांधी के खिलाफ मैदान में उतरे भाजपा कैंडिडेट के नॉमिनेशन में शिरकत करेंगी। भाजपा और स्मृति ईरानी की कोशिश है कि वायनाड को गांधी परिवार के लिए आसान सीट नहीं बनने दिया जाए। कभी कांग्रेस कांग्रेस का गढ़ रही अमेठी लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी कर चुके हैं।

2019 में अमेठी की ऐतिहासिक जीत से पहले राज्यसभा सांसद और नरेंद्र मोदी कैबिनेट में मंत्री रह चुकीं स्मृति ईरानी को 2014 में भी अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ खड़ा किया गया था। 2014 में स्मृति ईरानी राहुल गांधी से एक लाख वोटों से हार गईं। हालांकि जुझारू स्मृति ईरानी ने इस अंतर को 5 साल की मेहनत से पाट दिया। राहुल गांधी ने 2004 और 2009 में क्रमशः 66% और 72% वोट शेयर के साथ लगभग दो लाख वोटों के अंतर से अमेठी सीट जीती थी।

2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने अमेठी में राहुल गांधी की घटती लोकप्रियता को स्वीकार कर लिया था। यही कारण है कि उन्हें वायनाड से मैदान में उतारा गया। इस सीट पर 2009 और 2014 में कांग्रेस के एमआई शानवास सांसद चुने गए थे। 2018 में उनकी मृत्यु हो गई और यह सीट खाली हो गई।

2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 55,000 वोटों से हराया, लेकिन राहुल गांधी वायनाड की सुरक्षित सीट से संसद चुने गए। राहुल ने 64.8% वोट शेयर के साथ सीपीआई उम्मीदवार को 4.3 लाख वोटों के भारी अंतर से हराया। एनडीए उम्मीदवार तुषार वेल्लापल्ली को महज 6.2% वोट मिलने के कारण अपनी जमानत जब्त करनी पड़ी।

पांच साल बाद 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने स्मृति ईरानी को अमेठी से फिर से उम्मीदवार बनाया है।हालांकि, कांग्रेस ने अभी तक इस सीट के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। अगर गांधी परिवार से कोई इस सीट पर चुनाव नहीं लड़ता है तो इस बात की संभावना है कि यह सीट समाजवादी पार्टी के खाते में चली जाए।

वायनाड राहुल गांधी के लिए सुरक्षित सीट क्यों है?
कांग्रेस ने राहुल गांधी को फिर से वायनाड से मैदान में उतारा है और उन्होंने बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। केरल की अधिकांश सीटों पर मुकाबला कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ और सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले एलडीएफ के बीच है। इस सीट पर हालांकि  राहुल गांधी को बीजेपी के बड़े नेता का सामना करना पड़ेगा। भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन को वायनाड से मैदान में उतारा है। एलडीएफ ने राहुल गांधी के खिलाफ लोकप्रिय सीपीआई चेहरा एनी राजा को मैदान में उतारा है।

तीन लोकसभा और पांच विधानसभा चुनाव हार चुके सुरेंद्रन को अब स्मृति ईरानी से मदद मिलेगी। सुरेंद्रन ने कहा, “मैं सौभाग्यशाली हूं कि नामांकन के लिए मेरे साथ अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी भी रहेंगी।” आपको बता दें कि स्मृति ईरानी 4 अप्रैल को वायनाड में के सुरेंद्रन के नामांकन के दिन उनके साथ शामिल होंगी। ऐसा लगता है कि अमेठी के बाद स्मृति ईरानी दक्षिण में भी राहुल गांधी का पीछा कर रही हैं।

स्मृति ईरानी ने वायनाड में भी राहुल गांधी पर दबाव बनाया है। वह नियमित रूप से राहुल गांधी से केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के जंक्शन पर स्थित सीट वायनाड के बारे में सवाल पूछती रही हैं। बीजेपी को अपनी स्थिति को लेकर कोई भ्रम नहीं है, लेकिन वह बिना लड़े वायनाड छोड़ने को तैयार नहीं है।

Share This Article
Twitter Whatsapp Whatsapp Email Print
अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Surprise0
Wink0
Previous Article शिवपुरी की लापता लड़की इंदौर से बरामद, क्यों रची खुद के अपहरण की कहानी
Next Article भारत ही नहीं, 2024 में 70 देशों में चुनाव; 49% आबादी चुनेगी नई सरकार

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
TwitterFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

यूथ फॉर इक्वालिटी की याचिका खारिज

यूथ फॉर इक्वालिटी की याचिका खारिज हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत व…

By Dopahar Metro

सृजन का संदेश देता है बोनसाई – मंत्री विश्वास सारंग

सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि व्यक्ति अगर सार्थक रूप से समाज…

By Dopahar Metro

पुणे में 20वें दिव्य कला मेले का उद्घाटन, दिव्यांग उद्यमियों के लिए 2 करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत

दिव्यांगजनों को समर्पित एक राष्ट्रीय स्तर का 20वां दिव्य कला मेला का कल पुणे में…

By Dopahar Metro

You Might Also Like

headlinesNational

अशीम घोष हरियाणा तो अशोक गजपति गोवा के राज्यपाल बने,कविंदर गुप्ता होंगे लद्दाख के एलजी

By Dopahar Metro
headlinesNational

बिहार चुनाव से पहले मचा सियासी घमासान

By Dopahar Metro
headlinesNational

राधिका मर्डर केस में आरोपी पिता को एक दिन की पुलिस रिमांड

By Dopahar Metro
headlinesNational

कपिल शर्मा के कैफे पर फायरिंग करने वाले मोस्ट वांटेड हरजीत सिंह के सिर पर लाखों का ईनाम

By Dopahar Metro
Dopahar Metro
Facebook Twitter Youtube Whatsapp
© 2024 Dopahar Metro. All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?