नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड से चंदा देने वालों की जो लिस्ट जारी की है, उसमें बड़े डोनर्स में अधिकतर ऐसी कंपनियां हैं, जो मेटल्स, एनर्जी, टेलिकॉम, फार्मा और माइनिंग से लेकर रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन जैसे सेक्टरों में हैं। बॉन्ड के जरिए दिए गए कुल चंदे में लगभग आधा हिस्सा टॉप 20 डोनर्स का है और इनमें तीन चौथाई से अधिक इन्हीं सेक्टरों से जुड़ी कंपनियां हैं।चुनावी बॉन्ड के जरिए चंदा देने वालों में अनिल अग्रवाल की वेदांता लिमिटेड, आदित्य बिड़ला ग्रुप की एस्सेल माइनिंग लिमिटेड और डीएलएफ जैसे बड़े नाम शामिल हैं। दिग्गज कंपनियों की लिस्ट में बजाज ऑटो और भारती एयरटेल भी शामिल हैं। बड़े नामों में से बजाज ऑटो ने 25 करोड़, जिंदल स्टेनलेस ने 30 करोड़, ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने 33 करोड़ और अल्ट्राटेक ने 15 करोड़ के बॉन्ड खरीदे। टॉप 20 डोनर्स में सबसे आगे 1368 करोड़ रुपये के साथ सबसे आगे फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड है। जांच एजेंसियों के रेडार पर रही इस कंपनी का मुख्य कारोबार लॉटरी से जुड़ा रहा है, लेकिन इसने होटल और हेल्थ जैसे सेक्टरों में भी पांव पसार लिए हैं।
कंपनी को मिले कई प्रॉजेक्ट्स
ज्यादा चंदा देने के मामले में दूसरे नंबर पर मौजूद मेघा इंजिनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर ने 966 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे। हैदराबाद की इस कंपनी को जोजिला टनल सहित कई प्रोजेक्ट हाल के वर्षों में मिले हैं। इसने ये बॉन्ड 2019-20 से 2023-24 के बीच खरीदे। इसी दौरान 2020 में इसे जम्मू कश्मीर में ऑल वेदर रोड टनल बनाने का ठेका और कुछ शहरों में रिटेल सीएनजी और पाइप्ड कुकिंग गैस के ठेके मिले थे।
क्विक की आमदनी 500 करोड़
खुद को वेयरहाउसिंग और स्टोरेज यूनिट मैन्युफैक्चरर बताने वाली क्विक सप्लाई चेन ने 410 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे। 2022-23 में क्विक की आमदनी करीब 500 करोड़ थी। 2021-22 में इसने 360 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे थे। उस साल इसका नेट प्रॉफिट 21.72 करोड़ रुपये ही था। 2023-24 में इसने और 50 करोड़ के बॉन्ड खरीदे।
वेदांता ने 376 करोड़ के बॉन्ड खरीदे
इ पावर सेक्टर से जुड़ी हल्दिया एनर्जी लिमिटेड ने 377 करोड़, माइनिंग दिग्गज वेदांता लिमिटेड ने 376 करोड़, एस्सेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज ने 225 करोड़ और वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन ने 220 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे। भारती एयरटेल ने 198 करोड़, केवेंटर फूड पार्क इंफ्रा लिमिटेड ने 195 करोड़, एमकेजे एंटरप्राइजेज ने 192 करोड़ और मदनलाल लिमिटेड ने 186 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे।
टॉप-20 डोनर्स में जिंदल स्टील भी
उत्कल एलुमिना ने 145 करोड़, DLF कमर्शियल ने 130 करोड़, जिंदल स्टील एंड पावर ने 123 करोड़, बीजी शिर्के कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी ने 119 करोड़ रुपये और धारीवाल इंफ्रास्ट्रक्चर ने 115 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे। टॉप 20 डोनर्स में शामिल अवीस ट्रेडिंग फाइनैंस ने 113 करोड, टोरेंट पावर ने 107 करोड़ और बिड़ला कार्बन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 105 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे।