भोपाल/रायसेन।भारत सरकार की गेहूं उपार्जन नीति 2024 के अंतर्गत खरीदी के नियम के तहत चल रहे वेयरहाउस संचालकों को अब भारी नुकसान और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, शहरी क्षेत्र से बाहर की ओर खुले में पड़ा लाखों क्विंटल गेहूं बुधवार को बिन मौसम बारिश की भेंट चढ़ गया। मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के आसपास अचानक तेज बारिश के होने से खुले में पड़ा गेहूं बारिश में भीग गया। इससे भारी नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार भारत सरकार की गेहूं उपार्जन नीति 2024 के अंतर्गत खरीदी के नियम के तहत कांटे से गेहूं का तुलान करना था। जिससे खुले में रखा लाखों क्विंटल गेहूं बारिश में भीग गया और वेयरहाउस संचालक अब परेशानी का सामना कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में बीते तीन दिनों से बिन मौसम बारिश हो रही है। जिससे मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओले भी गिर रहे हैं। इस आपदा ने एक बार फिर से फसलों और खुले में रखे अनाज पानी से गीला कर दिया है। इससे किसानों और वेयरहाउस संचालकों की परेशानियां बढ़ गई हैं। बारिश से फसलें और अनाज मध्यप्रदेश के कई जिलों में प्रभावित हुआ है। वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने अभी तक इस ओर किसी भी तरह की सुध नहीं ली है।
बारिश से आफत, खुले में पड़ा लाखों क्विंटल गेहूं बारिश की भेंट चढ़ा
