वाशिंगटन: सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर संदिग्ध इजरायली हमले से मिडिल-ईस्ट में में तनाव काफी बढ़ गया है। अब ईरान जवाबी हमले की तैयारी में है। साथ ही तेहरान ने अमेरिका को ‘दूर’ रहने की चेतावनी दी है। वहीं, ईरान के प्रतिनिधि समझे जाने वाले हिजबुल्लाह ने यहूदी राज्य को चेतावनी दी कि वह युद्ध के लिए तैयार रहे। वाशिंगटन को लिखित संदेश में ईरान ने कहा कि अमेरिका को नेतन्याहू के जाल में फंसने से बचना चाहिए। ईरानी राष्ट्रपति के राजनीतिक मामलों के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद जमशीदी ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का जिक्र करते हुए एक्स पर लिखा, ‘अमेरिका को अलग हट जाना चाहिए ताकि आप पर आंच न आए।’ जमशीदी ने कहा कि इसके जवाब में अमेरिका ने ईरान से अमेरिकी ठिकानों पर हमला नहीं करने को कहा है। हालांकि, ईरान की ओर से भेजे गए इस कथित संदेश पर अमेरिका की अभी तक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
ईरान के सैन्य बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के कमांडर ने वाणिज्य दूतावास पर हवाई हमले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी। मालूम हो कि इस हमले में ईरान के 2 जनरल समेत समूह के 7 सदस्यों की मौत हो गई थी। हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। हमले में ईरान का वाणिज्य दूतावास नष्ट हो गया था। सीरिया की राजधानी दमिश्क में एक हवाई हमले में मारे गए ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के 7 सदस्यों के समर्थन में हजारों की संख्या में जुटे लोगों ने इजरायल और अमेरिका विरोधी नारे लगाए। ईरान की राजधानी तेहरान में प्रदर्शनकारी तेहरान विश्वविद्यालय की ओर बढ़े, जहां रिवोल्यूशनरी गार्ड के कमांडर जनरल हुसैन सलामी ने लोगों को संबोधित किया। सलामी ने कहा कि इजरायल की ओर से किए गए हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
वाकई में हम बहुत चिंतित, क्या बोला अमेरिका
गाजा में 6 महीने पुराने इजरायल-हमास युद्ध की पृष्ठभूमि में तनाव बढ़ने की आशंका है। इस्लामी आतंकवादी समूह हमास ने गाजा में 17 वर्ष तक शासन किया था। वहीं, अमेरिका ने दमिश्क में एक ईरानी राजनयिक सुविधा पर इजरायली हमले के बाद इजरायल और ईरान के बीच युद्ध को लेकर चिंता जताई है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने फॉक्स के साथ इंटरव्यू के दौरान ये बात कही। किर्बी ने गुरुवार को इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की ईरानी धमकियों के बारे में कहा, ‘हां, हम बहुत चिंतित हैं। वास्तव में जिन चीजों के बारे में इजरायली प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जो बाइडन ने बात की उनमें से इजरायल और ईरान के बीच पूर्ण पैमाने पर युद्ध की आशंका प्रमुख है।