चैत्र नवरात्रि में चमकेगी किस्मत, मां दुर्गा की होगी कृपा

चैत्र नवरात्रि, जिसे वसंत नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। हर साल बसंत के मौसम में आता है। यह पर्व आमतौर पर मार्च या अप्रैल के महीने में पड़ता है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल (शनिवार) से 11 अप्रैल (सोमवार) तक मनाई जाएगी। अष्टमी 9 अप्रैल को मनाई जाएगी। नवरात्रि में मां दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है।

चैत्र नवरात्रि का महत्व

चैत्र नवरात्रि का पहला दिन हिंदू कैलेंडर का पहला दिन होता है। यह चंद्रमा के शुक्ल पक्ष यानी पूर्णिमा चरण के दौरान आता है। देवी दुर्गा की स्तुति करने के लिए नौ दिनों के दौरान किए जाने वाले अनुष्ठान हर दिन अलग-अलग होते हैं। महाराष्ट्र में इस त्योहार को गुड़ी पड़वा के नाम से जाना जाता है, जबकि कश्मीर में इसे नवरेह के नाम से जाना जाता है। नौ दिनों तक चलने वाले इस उत्सव की शुरूआत घटस्थापना या कलश स्थापना से होती है।

देवी दुर्गा के 9 अवतारों की पूजा की जाती है

शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री।

घटस्थापना/कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

चैत्र नवरात्रि का शुभ मुहूर्त 2 अप्रैल 2022 शनिवार को सुबह 06.22 बजे से सुबह 08.31 बजे तक रहेगा। कुल अवधि 02 घंटे 09 मिनट होगी। इसके अलावा घटस्थापना पर अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.08 बजे से दोपहर 12.57 बजे तक रहेगा।

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