शनिदेव का परिवर्तन होने वाला है। कर्मफल दाता अब मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 30 साल बाद शनि कुंभ राशि में गोचर होगा। शनि के राशि परिवर्तन से किसी को लाभदायक और कुछ के लिए नुकदानदायक रहेगा। ज्योतिष के अनुसार शनि हर ढाई साल में अपनी राशि बदलते हैं। इस प्रकार उन्हें अपनी राशि में लौटने में 30 साल लगते हैं। शनि को सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। शनिदेव वर्तमान में मकर राशि में है। 29 अप्रैल, 2022 से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। इस बीच मंगल भी कुंभ राशि में रहेंगे। ऐसे में शनि का परिवर्तन होते ही 17 मई तक मेष, वृश्चिक, मकर और कुंभ राशिवालों को संभलकर रहना होगा। बता दें इस दिन मंगल राशि मीन में प्रवेश करेंगे, तब युति टूटेगी। इस तरह शनि-मंगल का अशुभ योग 19 दिन तक रहेगा।
इन राशि वालों को रहना होगा सावधान
मेष राशि
काम की अधिकता रहेगी। चोट लगने की आशंका है। वाहन सावधानी से चलाएं। कारोबार में उत्तम नतीजा नहीं मिलेगा। गले में शिकायत महसूस होगी।
वृश्चिक राशि
कटु वाणी की वजह से विवाद में पड़ सकते है। मकान आदि के निर्माण कार्य में रुकावट आ सकती है। किसी काम के प्रयास में देरी होगी। कार्यक्षेत्र में सहयोगियों व अधिकारियों का सहयोग नहीं मिलेगा।
मकर राशि
अहम की भावना उत्पन्न हो सकती है। जिस वजह से संबंधों में तनाव उत्पन्न हो सकता है। व्यवसायिक गतिविधियों में सुधार के योग नहीं है। जीवन में स्थिरिता होने से किसी प्रकार का तनाव रहेगा।
कुंभ राशि
लापरवाही और अति आत्मविश्वास के कारण धोखा खा सकते हैं। धन के लेनदेन संबंधी कोई वाद-विवाद उत्पन्न हो सकता है। प्रेम-प्रसंगों से दूरी बनाकर रखना होगा। किसी आपकी छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयत्न करेगा।