ईद-उल-फितर 3 मई को, लगातार तीसरे साल 30 रोजे

मुकद्दस रमजान माह पूरा होने के बाद मुसलमानों का सबसे बड़ा त्योहार ईद-उल-फितर मंगलवार को मनाया जाएगा। रविवार को ईद का चांद न दिखने के कारण अब ईद मंगलवार 3 मई को होगी। सऊदी अरब में ईद-उल-फितर का त्योहार 2 मई को होगा। दारुल उलूम देवबंद के कार्यवाहक मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी ने रुयते हिलाल कमेटी की बैठक के बाद बरोज मंगलवार ईद होने का ऐलान किया।

रविवार को शाम से ईद के चांद को देखने की मशक्कत होती रही, लेकिन कहीं से भी चांद दिखने की तस्दीक नहीं हुई। लिहाजा, उलेमा-ए-दीन ने सोमवार 2 मई को रोज़े रखने और 3 मई को ईद मनाने की घोषणा की। सऊदी अरब सुप्रीम कोर्ट ने भी 2 मई को ईद मनाने की घोषणा की है। सऊदी अरब से एक दिन बाद अमूमन भारत में ईद होती है।

उधर, मेरठ में शहरकाजी जैनुस साजिदीन और सहारनपुर के शहर काजी नदीम अख्तर के मुताबिक रात साढ़े आठ बजे तक चांद की कहीं से तस्दीक न होने पर 3 मई को ईद की घोषणा की गई है। उलेमा ने अकीदतमंदों से ईदगाह व मस्जिदों के अंदर ही ईद की नमाज अदा करने की अपील की है।

लगातार तीसरे साल 30 रोजे

उलेमा के मुताबिक लगातार तीसरे साल तीस रोजे के बाद ईद का त्योहार हो रहा है। इस बार शिद्दत की गर्मी के बीच रमजान के रोजे साढ़े 14 घंटे तक रहे। पहले आमतौर पर 29वें रोजे के बाद ईद हो जाती थी, लेकिन पिछले तीन साल से 30 रोजे के बाद ईद का पर्व हो रहा है।

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