भोपाल : राज्यसभा सदस्य एवं सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा एक बार फिर मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से राज्यसभा में जाएंगे। उनका कार्यकाल 29 जून को पूरा हो रहा है। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने आपसी सहमति के बाद उनके नाम पर मुहर लगा दी है। शाम तक या रविवार को उनकी उम्मीदवारी का औपचारिक ऐलान एआईसीसी से हो जाएगा। सोमवार को वे अपना नामांकन भरेंगे। इधर भाजपा में भी रविवार को राज्यसभा के उम्मीदवारों को ऐलान हो सकता है। प्रदेश में तीन सीटों पर राज्यसभा का चुनाव होना है, नामांकन जमा करने की अंतिम तारीख 31 मई हैं। विवेक तन्खा का एक बार फिर से राज्यसभा जाने का तय हो चुका है। कांग्रेस की राष्टÑीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस संबंध में पीसीसी चीफ कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से अलग-अलग चर्चा की थी। दोनों ने विवेक तन्खा के नाम पर अपनी सहमति जता दी है। इसके बाद यह तय हो गया कि विवेक तन्खा को फिर से राज्यसभा में भेजा जाएगा। वहीं भाजपा के खाते में दो सीटें जाएंगी।
कल भोपाल आएंगे विवेक तन्खा
तन्खा रविवार की सुबह भोपाल आ रहे हैं। वे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में होने वाली लीगल सेल की बैठक में कमलनाथ के साथ शामिल होंगे। दिनभर मेल-मुलाकातों का दौर चलेगा। सोमवार को वे विधानसभा जाकर नामांकन दाखिल करेंगे। उनके नाम का प्रस्ताव करने के लिए दो दर्जन विधायकों को भोपाल बुलाया गया है। ये सभी रविवार को भोपाल में ही रहेंगे और सोमवार को नामांकन दाखिल करवाने के लिए तन्खा के साथ जाएंगे। कांग्रेस इसके लिए दो सेट तैयार करवाएगी। इधर यह भी बताया जा रहा है कि आज दिल्ली में विवेक तन्खा और नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह की भी मुलाकात होना है।
कांग्रेस एससी विभाग के अध्यक्ष ने लिया चार्ज
प्रदेश कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के नए अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने आज अपना कार्यभार संभाल लिया है। उन्हें सुरेंद्र चौधरी की जगह पर इस विभाग की कमान दी गई है। प्रदीप अहिरवार पहले बसपा में थे। वर्ष 2018 में वे बसपा छोड़कर कांग्रेस शामिल हो गए थे। बताया जाता है कि उन्होंने बसपा के कई नेताओं को कांग्रेस में शामिल करवाने में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं आज बंजारा समाज का भी राज्य स्तरीय सम्मेलन प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुआ।
भाजपा में पीयूष गोयल की चर्चा
भाजपा की ओर से कई नाम चर्चा में हैं। इसमें इसमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ ही अन्य नामों की भी चर्चा चल रही है। इधर, पीयूष गोयल का नाम उत्तराखंड से भी सामने आ रहा है। यह भी बताया जाता है कि एक सीट से आदिवासी नेता को राज्यसभा में भेजा जा सकता है। इसमें एक नाम चौकाने वाला भी सामने आने की संभावना बताई जा रही है। भाजपा की ओर से भी रविवार को उम्मीदवारों का ऐलान किया जा सकता है।