नोएडा: कथित तौर पर अपने पबजी वाले प्यार को पाने के लिए सरहद लांघकर चार बच्चों के साथ भारत आई पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर की मुश्किलें बढ़ चुकी हैं। सीमा के पाकिस्तानी पति ने एक वकील के माध्यम से अदालत का दरवाजा खटखटा दिया है। गौतमबुद्धनगर जिले की एक अदालत में वकील मोमिन मलिक ने एक अर्जी दायर करके सीमा हैदर पर फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। मोमिन ने सीआरसीपी की धारा 156 (3) के तहत आवेदन दिया है जो कि मजिस्ट्रेट को जांच का आदेश देने की शक्ति देता है। वकील ने बताया कि कोर्ट ने पुलिस से 18 अप्रैल तक इस पर जवाब दाखिल करने को कहा है।
मोमिन ने अर्जी में कई दलीलें दी हैं, लेकिन सीमा की सचिन के साथ शादी को लेकर दो बड़े सवाल खड़े किए गए हैं। मोमिन का कहना है कि सीमा ने गुलाम हैदर से तलाक नहीं लिया और इसलिए सचिन के साथ उसकी शादी वैध नहीं है। अडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रताप कुमार कुशवाहा की अदालत में गुरुवार को मोमिन ने यह भी दलील दी कि भारत में गिरफ्तारी के बाद जब सीमा हैदर ने जमानत याचिका दायर की तो उसमें अपने पति का नाम गुलाम हैदर बताया था, जबकि वह सार्वजनिक रूप से कह चुकी है कि भारत आने से पहले सचिन से नेपाल में ही उसने सचिन के साथ शादी कर ली थी। मोमिन पूछते हैं कि सीमा अब दावा करती है कि उसने 13 मार्च 2023 को ही सचिन मीणा से नेपाल में शादी कर ली थी तो फिर जुलाई में जब जमानत अर्जी दायर की तो उसमें खुद को गुलाम हैदर की पत्नी क्यों बताया?
सीमा और सचिन को नोएडा पुलिस ने हरियाणा के बल्लभगढ़ से पिछले साल 3 जुलाई को गिरफ्तार किया था। उन्हें 7 जुलाई को जमानत मिल गई थी। सचिन के पिता को भी गिरफ्तार किया गया था। मोमिन ने कहा है कि सीमा हैदर को जमानत की शर्तों में यह भी कहा था कि वह किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं होगी। लेकिन वह लगातार विवादित और समुदायों के बीच नफरत पैदा करने वाले बयान देती है।
सुप्रीम कोर्ट के वकील और कानूनी लड़ाई में सीमा का साथ दे रहे एपी सिंह कहते हैं कि मोमिन ने पब्लिसिटी स्टंट के लिए याचिका दायर की है। उन्होंने यह भी कहा कि सीआरपीसी एक पाकिस्तानी नागरिक को भारतीय में केस दायर करने की इजाजत नहीं देता। सीमा हैदर हिंदुत्व को अपना चुकी है और सचिन से शादी कर चुकी है। वह यह भी कहते हैं कि पाकिस्तान में मौखिक तलाक का चलन है और गुलाम हैदर ऐसा कर चुका था। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक एपी से जब पूछा गया कि जमानत अर्जी में सीमा ने गुलाम का नाम क्यों लिखा तो उन्होंने कहा कि पेपर वर्क सीमा ने नहीं किया। उनकी तरफ से यह काम करने वाले ने गलती से लिख दिया होगा।