लखनऊ। चौथे दौर में चुनावी डगर भाजपा के लिए सबसे ज्यादा मुफीद है तो विपक्ष के लिए सबसे मुश्किल। खास तौर इंडिया गठबंधन के लिए। भाजपा अपनी जीती सभी सीटें बचाने के लिए जद्दोजहद कर रही है तो विपक्ष इन सीटों को छीनने की कोशिश में है। रुहेलखंड और मध्य यूपी तक फैली चौथे चरण की 13 सीटों पर चुनावी बिसात बिछ चुकी है। भाजपा ने अपनी जीत बरकरार रखने को ताकत झोंक दी है तो इंडिया गठबंधन इस बार पीडीए के भरोसे बड़ा मैदान जीतने की जुगत में है। यूपी में इंडिया गठबंधन की कमान संभालने वाले व सपा प्रमुख अखिलेश यादव कन्नौज से लड़ रहे हैं, उसके लिए वोट इसी चरण में पड़ने हैं। केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी खीरी सीट से मैदान में हैं।
भाजपा ने अधिकांश सीटों पर मौजूदा सांसदों पर जताया भरोसा भारतीय जनता पार्टी को इस चरण में अपने मौजूदा सांसदों पर ही भरोसा जताते हुए मैदान में उतार दिया है और केवल कानपुर व बहराइच में ही अपने प्रत्याशी बदले हैं। इसकी एक वजह यह भी है कि भाजपा ने पिछली बार कन्नौज, मिश्रिख व इटावा को छोड़ कर बाकी सीटें भारी बढ़त के साथ जीतीं थीं।
बाकी 10 सीटों पर से 12 से 32 प्रतिशत मत तक के अंतर से हुआ जीत हार का हुआ था। पिछली बार इस चरण की सभी सीटें जीतने के कारण भाजपा खासी आत्मविश्वास में दिखती है। वैसे भाजपा इस क्षेत्र में पहले से शानदार प्रदर्शन करती रही है। जबकि विपक्ष की बात करें तो सात चरणों में यह एक चरण है जिसमें विपक्ष को पिछली बार एक भी सीट नहीं मिली थी।
इंडिया गठबंधन के लिए बड़ी चुनौती इस बार सपा ने बसपा के बजाए कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाया है। इसमें रालोद नहीं था। पिछली बार भाजपा से मुकाबले के लिए सपा बसपा संग रालोद भी था। केवल कन्नौज, मिश्रिख व इटावा में ही इस गठबंधन ने चुनौती दी थी। कांटे की टक्कर केवल एक सीट कन्नौज पर हुई थी।
यहां सपा प्रत्याशी डिंपल यादव की हार का बदला लेने के लिए सपा ने यहां नए सिरे से रणनीति बनाई है। 13 में 11 सपा व दो सीट कानपुर व सीतापुर सीट कांग्रेस सीट लड़ रही है। सपा ने यहां पांच दलित, चार ओबीसी व दो सवर्ण प्रत्याशी दिए हैं। यहां एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं है। भाजपा ने अधिकांश सीटें भारी मतों के अंतर से जीती थीं।
2019 में चौथे चरण की सीटों पर जीत हार का अंतर
लोकसभा सीट जीत का अंतर
शाहजहांपुर 22.61
खीरी 19.24
धौरहरा 15.1
सीतापुर 9.46
हरदोई 12.53
मिश्रिख 9.8
उन्नाव 32.4
फर्रूखाबाद 22.09
इटावा 6.26
कन्नौज 1.08
कानपुर 18.49
अकबरपुर 26.8
बहराइच 13.1