उमरिया। भक्ति व उपासना के पर्व नवरात्र पर लोग दिन-रात मां भवानी की सेवा में जुटे हुए हैं। विरासनी माता मंदिर में सेवा देने वाले ऐसे ही कुछ सेवादार 42 डिग्री के पार पहुंच चुकी गर्मी और पचास डिग्री से ज्यादा तापमान तक तपने वाले ज्योति कलश भवन में स्थापित 2340 कलश की देखभाल कर भक्ति की शीतलधारा बहा रहे हैं।
सेवादार माता विरासिनी के दरबार में जल रहे 2340 ज्योति कलशों का ध्यान रखते हैं, ताकि इन कलशों की ज्योति बुझने न पाए। यहां सेवादार श्याम लाल कोल, रामधनी उर्फ डगडुआ, आशाराम बैगा, धनीराम बैगा, ललन राठौर और हरीराम राठौर सहित अन्य सहयोगी श्रद्धा की यह अनोखी मिसाल पेश कर रहे हैं।
ज्योति में तेल-घी डालना इन्हीं का काम
ज्योति कलशों में घी और तेल डालना इन्हीं सेवादारों का काम है। न सिर्फ दिन में बल्कि कुछ सेवादार तो रात में भी अपनी ड्यूटी पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाते हैं। जब मंदिर बंद हो जाता है और सारे श्रद्धालु अपने घर जाकर सो जाते हैं, तब भी यहां ज्योति कलश पर यही लोग नजर रखते हैं।
भवन में ठहर पाना आसान नहीं
जिस भवन में ज्योति कलशों की स्थापना की गई है, वहां जल रही हजारों ज्योतियों के कारण बेतहाशा गर्मी है। इस भवन के अंदर ज्यादा देर तक ठहर पाना हर किसी के लिए संभव नहीं है। पर इन सेवादारों का कहना है कि सारी सहनशीलता मां द्वारा प्रदान की गई शक्ति से ही आती है।