रोहतक: हरियाणा की राजनीति पल-पल करवट ले रही है। तीन निर्दलीय विधायकों के भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला ने फ्लोर टेस्ट की मांग कर दी थी। इसके लिए गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय को पत्र भी लिखा था। लेकिन अब उनकी ही जमीन खिसकती दिख रही है। उनकी ही पार्टी के कद्दावर विधायक देवेंदर बबली बागी हो गए हैं। उनका कहना है कि हम दुष्यंत चौटाला को पार्टी के विधायक दल के नेता के पद से हटाने जा रहे हैं। इसके अलावा पार्टी पर भी दावा करेंगे। यह घटनाक्रम अहम है क्योंकि एक तरफ विपक्ष सीएम से ही इस्तीफे की मांग कर रहा है और उलटे जेजेपी में ही संकट पैदा हो गया है।
टोहाना विधायक देवेंदर बबली ने हिन्दुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा कि दुष्यंत चौटाला ने गवर्नर को फ्लोर टेस्ट के लिए लिखा है। लेकिन उनके पास तो यह अधिकार ही नहीं है, जब जेजेपी के 10 में से 8 विधायक ही उनके खिलाफ हैं। बबली ने कहा कि दुष्यंत के पास तो सिर्फ अपनी मां और बाढड़ा की विधायक नैना चौटाला का ही समर्थन है। इसके अलावा अन्य सभी विधायक तो उन्हें जेजेपी के विधायक दल के नेता पद से ही हटाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘चौटाला को जेजेपी के विधायक दल के नेता के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। वरना दूसरे विधायक उन्हें खुद ही बाहर कर देंगे।’
बबली ने कहा, ‘विधायक पार्टी पर ही दावा करने जा रहे हैं और हमारे पास कुल 8 लोगों का समर्थन है। 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने भाजपा को समर्थन दिया था और साढ़े चार साल तक सरकार भी चलाई। कई अहम मंत्रालय भी अपने पास रखे। अब वह लोगों से कह रहे हैं कि भाजपा की सरकार गिरा दी जाए। आखिर कैसे दुष्यंत चौटाला की विचारधारा बदल गई और अब वह कांग्रेस को समर्थन कर रहे हैं। पहले तो वह कांग्रेस को ही अपना सबसे बड़ा दुश्मन बता रहे थे।’
जेजेपी के बागी विधायकों ने पार्टी पर ही दावा करने की तैयारी पूरी कर ली है। अगले तीन से 4 दिनों में ये विधायक दुष्यंत के खिलाफ दावा ठोक सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि मनोहर लाल खट्टर से जेजेपी के तीन विधायकों की मीटिंग में इसकी पटकथा तैयार की गई है। सूत्रों ने कहा, ‘बागी विधायकों की राय है कि पार्टी पर दावा करें और फिर वे ही नेतृत्व संभाल लें। माना जा रहा है कि देवेंदर बबली नए नेता हो सकते हैं।’ बागी विधायकों ने कहा कि हम ही फैसला लेंगे कि यदि फ्लोर टेस्ट होना है तो क्या किया जाए। भाजपा को समर्थन करें या फिर कोई रास्ता पकड़ें।